15 जनवरी को ‘जयपुर साहित्य संगीति’ संस्था द्वारा ‘जयपुर साहित्य सम्मान 2022 अलंकरण समारोह’ तथा ‘साहित्योत्सव 2023’ का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथिगण आदरणीय नंद भारद्वाज, फारुक अफरीदी, प्रभात गोस्वामी, राजेन्द्र मोहन, विजय दानिश, ईश्वरदत्त माथुर जी द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर इस भव्य कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात इस आयोजन के संयोजक एवं अध्यक्ष श्री अरविंद कुमार संभव जी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए पूरे आयोजन की भूमिका एवं उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
इस अलंकरण समारोह में भारत के भिन्न-भिन्न प्रदेशों से चयनित 54 साहित्यकारों को उनकी कृतियों के लिए सम्मानित किया गया। यह चुनाव 14 विधाओं में किया गया। कार्यक्रम में कृति चयन समिति के सदस्यों हरदान हर्ष, यशवंत कोठारी, सत्यदेव बारहठ, प्रेमलता जी ने पुरस्कार चयन प्रक्रिया एवं पुस्तकों पर अपनी विशिष्ट टिप्पणी भी दी। प्रत्येक सम्मान प्राप्तकर्ता से मंच पर लघु साक्षात्कार इस कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहा। एक महत्वपूर्ण बात यह भी रही कि सभी पुरस्कृत कृतियाँ एवं जयपुर के लेखकों की पुस्तकें भी यहाँ एक पुस्तक प्रदर्शनी में रखी गईं थीं।
साहित्य पर विशिष्ट चर्चा हेतु चर्चाकार के रूप में प्रदीप उपाध्याय, डॉ. किशोर सिन्हा, दिविक रमेश, माधव जोशी, उपेंद्रनाथ
रैणा, बी.एल. आच्छा, अरुण अर्णव खरे, लालित्य ललित, डॉ. नीलम शर्मा, आशा शर्मा, विष्णु सक्सेना, डॉ. फतेह सिंह भाटी, संतोष सुपेकर, मनीष कुमार सिंह, विनय बंसल, प्रीति अज्ञात, सत्यदीप, नीलू झा, सुधा जूही, डा. शीला गौरभी, प्रतिभा जोशी, अजय राणा, गोविन्द सेन, भारती कुठियाला, डा. इंदु गुप्ता, राम मूरत राही, प्रियंका, अनु, आदि की उपस्थिति रही। आप सभी को श्रेष्ठ कृतियों हेतु ‘जयपुर साहित्य सम्मान’ से अलंकृत किया गया जिसमें एक अभिनंदन पत्र एवं ट्रॉफी प्रदान की गई।
कनाडा वासी हंसा दीप एवं महेंद्र जैन तथा देवदत्त शर्मा, यशोधरा भटनागर, नीना छिब्बर, आई दान सिंह के सम्मान पत्र उनके प्रतिनिधियों ने प्राप्त किये।
साहित्यिक चर्चा के विषय काव्य रचना में श्रेष्ठ एवं कम श्रेष्ठ रचना की गुणवत्ता में भारी अंतर, बढ़ते प्रकाशन घटते पाठक, काव्य में पद्म शैली की अपेक्षा गद्य शैली की प्रमुखता से काव्य सिद्धांत का विचलन, उपन्यास लेखन, प्रकाशन, पठन में संख्यात्मक गिरावट इत्यादि रहे।
इस आयोजन में अशोक आत्रेय, हेमंत थपलियाल, सुधीर सक्सेना सुधी, शिवानी शर्मा की गरिमामयी उपस्थिति भी रही। दो सत्रों में सम्पन्न इस अलंकरण समारोह का शानदार संचालन रेनू शब्द मुखर द्वारा किया गया।
यह कार्यक्रम एस एफ एस सामुदायिक भवन, मानसरोवर जयपुर में आयोजित किया गया था। इसके प्रायोजक दीवान कृष्ण गोपाल माथुर बहरोड़ परिवार मंडल की सदस्या शीला माथुर एवं रोमा माथुर का मंच पर अभिनंदन किया गया। समारोह में परिवार के मनीष एंडले एवं मोनिता ने भी अतिथियों का स्वागत किया। मंच एवं सभागार समन्वय का उत्तरदायित्व देवेन्द्र स्वरूप माथुर, अलकेश चतुर्वेदी, देवेंद्र गुप्ता, रामदयाल, जगदीश प्रकाश माथुर, मुकेश मीणा जी ने बखूबी संभाला।
सभी अतिथियों के आवास की व्यवस्था निकटवर्ती होटल एवं सामुदायिक भवन अतिथि गृह में की गयी थी।