यादों के झरोखे से खिलती, खुलती झरती हँसी हमें रोते हुओं को
परिचय :
जन्मतिथि- 5 जून, 1947
जन्मस्थान- मुज़फ्फ़रनगर (उ.प्र.)
शिक्षा- एम.ए (अंग्रेज़ी एवं हिन्दी), पी. एच डी
प्रकाशन-
टच मी नॉट, चक्र, अपंग, अन्ततोगत्वा (उपन्यास, हिन्दी साहित्य अकादमी से प्रथम पुरस्कृत)
एक त्रिशंकु सिलसिला (काव्य संग्रह)
महायोग उपन्यास धारावाहिक रूप में दिल्
परिचय :
जन्मतिथि- 5 जून, 1947
जन्मस्थान- मुज़फ्फ़रनगर (उ.प्र.)
शिक्षा- एम.ए (अंग्रेज़ी एवं हिन्दी), पी. एच डी
प्रकाशन-
टच मी नॉट, चक्र, अपंग, अन्ततोगत्वा (उपन्यास, हिन्दी साहित्य अकादमी से प्रथम पुरस्कृत)
एक त्रिशंकु सिलसिला (काव्य संग्रह)
महायोग उपन्यास धारावाहिक रूप में दिल्ली-प्रेस से सितम्बर 14 से प्रकाशित (सत्रह अध्यायों में समाप्त)
विभिन्न हिन्दी पत्रिकाओं में कहानी, लेख,समीक्षा तथा कविताएँ प्रकाशित
अहमदाबाद आकाशवाणी एवं दूरदर्शन में वर्षों लेखन एवं कार्यक्रम प्रस्तुति
निवास-
'ललित श्रुति' 31 उमेद पार्क
सोला रोड, घाटलोडिया
अहमदाबाद- 61
यादों के झरोखे से खिलती, खुलती झरती हँसी हमें रोते हुओं को
स्नेहिल नमस्कार मित्रों
प्रेम की बात ही निराली है,
महसूसो तो प्रेम …
प्रेम वृत्त में??
“अरे। यहाँ क्यों नहीं बैठती? किताबों में इस उमर …
स्नेही मित्रों
सस्नेह नमस्कार
अम्मा ने कभी लिखा था-
‘नदिया नाले सूख …
नमस्कार
स्नेही मित्रों
आशा ही नहीं, पूर्ण विश्वास है, आप सब आनंद …
मित्रों को स्नेहिल नमस्कार
प्रेम की कोई सीमा नहीं, प्रेम की कोई …
स्नेहिल नमस्कार
मित्रों!
भोर के इन लम्हों में जब अंगड़ाई के लिए …
मित्रो !
स्नेहआशा है स्वस्थ व आनंदित होंगे। मैं कैसी हूँ? यूँ …
आज भोर में एक कोयल ने कूककर मुझे पुकारा और कहा ‘गुड …
मित्रों!
स्नेहिल नमस्कार
जीवन की गति न्यारी न्यारी
जितनी सुलझाओ,वह उलझे
न …