जय जवान जय किसान की जयकार के साथ, मार्च में मार्च
'जय जवान, जय किसान' की जयकार के साथ मार्च में 'मार्च'
भारत एक कृषि-प्रधान देश है, जिसकी सत्तर प्रतिशत आबादी गाँवों में निवास करती है। हम जैसे शेष तीस प्रतिशत प्राय: इन गाँवों के शहरीकरण की बात करते हुए दुःख प्रकट करते हैं, अपनी माटी की स्मृतियों को संजोये रखना चाहते हैं, जड़ों से कट जाने के भय को भी महसूस करते और जताते रहे हैं। लेकिन इस सबके बीच में हम, हमारे अन्नदाताओं की सुध लेना भूल गए। वे अन्नदाता जो हर मौसम में सारे कष्ट सहते हुए हमारे घर भोजन पहुँचाते हैं जबकि उनके अपने घरों में न जाने कितनी बार चूल्हे नहीं जलते! कितनी बार लागत से कम मूल्य मिलने पर निराश किसानों को फ़सल स्वयं ही नष्ट करनी पड़ती है।
उत्तम उपकरणों, आधुनिक खेती की गु...
प्रीति अज्ञात