अनंत अंबानी की शादी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। भारतीय समाज में 'विवाह' को किसी उत्सव की तरह मनाए जाने की परंपरा का लंबा इतिहास रहा है। हम उस समाज का प्रतिनिधित्व भी करते हैं जहाँ अब से बस एक-दो दशक पूर्व ही विवाह के दस-बारह दिन पहले से सारा परिवार और निकटतम संबंधी इकट्ठे हुआ करते थे। पूरे हर्षोल्लास के साथ सभी रस्में निभाई जातीं थीं। हल्दी, मेहंदी, संगीत, भात और भी न जाने क्या-क्या! हर दिवस की अलग तैयारियाँ और अलग वस्त्र भी तय कर लिए जाते थे। व्यंजनों का तो कहना ही क्या! दूर-दूर तक उनकी सुगंध जाती थी।
चाहे कोई कितना ही मना करे लेकिन लेनदेन का भी अपना रिवाज़ था। तात्पर्य यह कि प्रत्येक विवाह में वर-वधू दोनों पक्ष के लोग अपनी सामर्थ्य से अधिक धन व्यय करते थे। अब इसे हम उनका ...
प्रीति अज्ञात