निहारिका ने जैसे ही इंस्टीट्यूट में प्रवेश किया, गेट पर खड़े सिक्योरिटी गार्ड ने तत्काल ही एक इंटरव्यू के डाला। नाम, पता,मोबाइल नंबर,क्लास, कोर्स…सब कुछ पूछकर एक चिट बना दी और बग़ल में पड़े सोफ़े पर बैठने का इशारा किया। जैसे ही निहारिका सोफ़े पर धँसने को हुई, एक सलीकेदार युवती मुस्कुराती सामने हाथ में एक टैब (tab) लिए आ खड़ी हुई।
“मैडम! आप हमारे इंस्टीट्यूट में पहली बार आई है?” “जी, पहली दफ़ा, बेटे के एडमिशन की जानकारी लेनी है“ निहारिका ने कुछ बैठते-बैठते ही कह दिया। मैडम, मैं बस थोड़ी ही देर में आपको हमारे सर से मिलवा देती हूँ और वह युवती फ़ोन में उलझ गई। निहारिका और विवान दोनों अपनी आँखों को फैला-फैलाकर इधर-उधर बड़ी उत्सुकता से ताक ही रहे थे कि तभी उसी युवती ने उन्हें इशारा कर सामने के चेंबर में चलने को कहा।
चेंबर में एक स्मार्ट और हैंडसम, तक़रीबन 25-26 साल के एक लड़के ने मुस्कुराकर उनका वेलकम किया और फिर विवान से उसके बारे में, पढ़ाई,क्लास इत्यादि के बारे में पूछता रहा। विवान भी उसके सभी प्रश्नों का उत्तर बड़े ही आश्वस्त होकर दे रहा था।
“मैडम, आपका बेटा होशियार और स्मार्ट है। आप आज ही इसका एडमिशन की फ़ीस जमा करवा दें, पूरा 20% का डिस्काउंट मिलेगा”। निहारिका के चेहरे पर आश्चर्य का भाव स्पष्ट झलक उठा। वह बोली, ”आज ही? मैं तो पैसे भी नहीं लाई। मेरा मतलब… मतलब वो कैसे संभव है!” निहारिका ने अपनी बात पूरी की।
मैम, आप उसकी चिंता न करें। आप पेटीएम, गूगल पे या फिर चेक का भी इस्तेमाल कर सकती हैं या फिर आज सिर्फ़ ₹5000 रजिस्ट्रेशन के जमा करवा दें, बाक़ी फ़ीस दो-चार दिन के बाद।वह लड़का बड़ी ही आसानी से यह सब बोल गया। निहारिका के बगल में बैठा विवान, जो सभी बातें देख और सुन रहा था, सोचने लगा कि “मम्मी को आज बाज़ार तो नहीं आना था”?