1
वह चाह कर भी
लिख नहीं पाया प्रेम
शब्दों मे
मैंने सीख लिया
पढ़ना प्रेम
उसकी आँखों में ।
2
प्रेम
रोपता है बीज
भोलेपन के
दुनियादारी से
परिपक्व हुई आँखों में।
3
प्रेम में हारना
कुछ ऐसा
जैसे वेंटिलेटर पर
रखे हुए शरीर को देखकर
डॉक्टर का बोलना-
“शी इज़ नॉट रिस्पॉन्डिंग”
4
प्रेम
अचानक
हो जाता है वृद्ध
जब तेज़ हवाओं से
चरमराने लगता है
सेतु संवाद का।
5
प्रेम
फैलता है नसों में
कैंसर की कोशिकाओं
की तरह
मल्टीपल तीव्रता से
कुछ देर के
तेज़ उजाले के बाद
फ़िर अचानक हो जाता है
ब्लैकआउट!
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