1.
लता
तुमसे तो प्रेम रहा
मैं अत्यंत भावुक हुआ जा रहा
…सम्प्रति- अध्यापन
लेखक, कवि, विविध साहित्यिक संस्थाओं के संचालक
पांच प्रकाशित पुस्तकें: अवेकनिंग, महावीर: महाप्रज्ञा का आविष्कार, अनायास उभरा स्वर, जीवन संवाद एवं एक अन्य
पता- 44, समता नगर, सेक्टर 3,
हिरण मगरी, उदयपुर
सम्प्रति- अध्यापन
लेखक, कवि, विविध साहित्यिक संस्थाओं के संचालक
पांच प्रकाशित पुस्तकें: अवेकनिंग, महावीर: महाप्रज्ञा का आविष्कार, अनायास उभरा स्वर, जीवन संवाद एवं एक अन्य
पता- 44, समता नगर, सेक्टर 3,
हिरण मगरी, उदयपुर
1. ये क्या हुआ जाता है
देख दुनिया को क्यूं हैरां हुआ …
1.
जिन्दगी क्या है ?
एक खूबसूरत दिन है
एक रंगीन शाम …
समय रैखिक है या वर्तुलाकार ये हमेशा से एक ऐसा प्रश्न रहा …
झूठ
भुट्टो तानाशाह नहीं था
तुम्हें कैसे पता चला?
और आतंकवाद का…