अभिभावकों के रहते बच्चे हमेशा बच्चे ही होते हैं फिर वे आठ …
परिचय :
जन्मस्थान- मुरैना (मध्यप्रदेश)
शिक्षा- एम.ए. (हिन्दी), बी.एड.
सम्प्रति - स्वतंत्र लेखन
लेखन विधाएँ- कविताएँ एवं समसामयिक लेख
प्रकाशन/प्रसारण- साझा काव्य संग्रह 'रूह की आवाज़' में रचनाएँ प्रकाशित।
विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाओं का प्रकाशन। जयपुर एफ.एम.पर कविता का प्रसारण
परिचय :
जन्मस्थान- मुरैना (मध्यप्रदेश)
शिक्षा- एम.ए. (हिन्दी), बी.एड.
सम्प्रति - स्वतंत्र लेखन
लेखन विधाएँ- कविताएँ एवं समसामयिक लेख
प्रकाशन/प्रसारण- साझा काव्य संग्रह 'रूह की आवाज़' में रचनाएँ प्रकाशित।
विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाओं का प्रकाशन। जयपुर एफ.एम.पर कविता का प्रसारण।
सम्मान- साहित्य सारथी सम्मान-2017
पता- मनीष राघव, B, IFCI Society, Opp. Police Station, Sector 9 A, Gurgaon- 122001
अभिभावकों के रहते बच्चे हमेशा बच्चे ही होते हैं फिर वे आठ …
कितनी ही दफ़ा अपने आसपास के कुछ लोगों से हम चाहकर भी …
समय भले ही बदला हो या हम कितने भी आधुनिक क्यों ना …
“हम तो अपने दिल की कहते-कहते कुछ थम से गये,
जल गयी …
पिछले अंक के मेरे लेख में आपने वरपक्ष के परिवार में वधूपक्ष …
हर विवाह अपनी वेदी के इर्दगिर्द गठबन्धन के मंत्रोच्चार एक जोड़े के …
“कहीं पर भी रहें हम तुम, मोहब्बत फिर मोहब्बत है”
“बनारसी” बहुत …
‘विवाह’ शताब्दियों से मानव सभ्यता का वो आवश्यक अध्याय माना जाता है, …
सावन लगते से ही मानो त्यौहारों,रौनकों,उत्सवों का शामियाना तन जाता है।जन मानुष …
विगत दो सालों से कोरोना ने भय, तबाही और मौत का ऐसा …