नाम मेरा रामपीयारी
लोग कहें बेचारी।
कब देखूं मैं फटी एड़ियां
कब …
डॉ. पूनम गुजरानी
एम. ए, पीएच.डी.
कवयित्री और मोटिवेशनल स्पीकर
प्रकाशित पुस्तकें
मँझधार (कविता संग्रह)
समय क्षण भर रुक गया (कविता संग्रह)
आचार्य तुलसी का शांति दर्शन (शोध ग्रंथ)
सत्य के सीमांत पर (कहानी संग्रह)
तीन तेरह तैंतीस (लघुकथा संग्रह)
संपादन
भारत क
डॉ. पूनम गुजरानी
एम. ए, पीएच.डी.
कवयित्री और मोटिवेशनल स्पीकर
प्रकाशित पुस्तकें
मँझधार (कविता संग्रह)
समय क्षण भर रुक गया (कविता संग्रह)
आचार्य तुलसी का शांति दर्शन (शोध ग्रंथ)
सत्य के सीमांत पर (कहानी संग्रह)
तीन तेरह तैंतीस (लघुकथा संग्रह)
संपादन
भारत के कवि ,कवयित्री (काव्य संग्रह)
पहचान (काव्य संग्रह)
खुशहाल रिश्ते (मोटिवेशनल पुस्तक)
गुजरात के राज्पाल के कर कमलों से सम्मानित
अनेक संस्थाओं से कई सम्मान प्राप्त
साहित्य सौरभ की सहमंत्री
BJS की कार्यकारिणी सदस्य
महिला काव्य मंच सूरत की अध्यक्ष
अ.भा.ते.म.म.में आठ साल तक कार्यरत, चार साल कन्या मंडल प्रभारी
अनेक पत्र पत्रिकाओं में कहानियों, कविताओं का निरन्तर प्रकाशन
आकाशवाणी तथा अनेक चैनलों पर काव्य पाठ, संचालन
नाम मेरा रामपीयारी
लोग कहें बेचारी।
कब देखूं मैं फटी एड़ियां
कब …
उसका असली नाम शायद ही कोई जानता हो। पूरा गाँव उसे कनखजूरे …
है गुलाबी सर्दियां अब
दिन सुहाने आ रहे हैं।
कोहरे की कम्बल …
तन सोना मन काला काजल उससे नयन मिलाएं क्यों,
केवल करते वार …
कितनी अजीब है दुनिया! निरन्तर चलती रहती है, अपने-अपने क्रम से। दिन …