अंतरिक्ष परी
बन सखी चांद सितारों की
गुपचुप-गुपचुप बतियाती है
कर अंतरिक्ष …
परिचय :
जन्मस्थान- अमृतसर (पंजाब)
शिक्षा- एम. ए. पी एच. डी.(हिन्दी)
सम्प्रति- प्रोफेसर हिन्दी विभाग, गुरु नानक देव विश्वविद्यालय
प्रकाशन-
नियति और अन्य कहानियां, दीपावली/अस्पताल डाॅट काॅम (कहानी संग्रह) सतरंगे स्वप्नों के शिखर (कविता संग्रह) कहानी श्रृंखला (कहानी संकलन) गद्य त्रायी (गद
परिचय :
जन्मस्थान- अमृतसर (पंजाब)
शिक्षा- एम. ए. पी एच. डी.(हिन्दी)
सम्प्रति- प्रोफेसर हिन्दी विभाग, गुरु नानक देव विश्वविद्यालय
प्रकाशन-
नियति और अन्य कहानियां, दीपावली/अस्पताल डाॅट काॅम (कहानी संग्रह) सतरंगे स्वप्नों के शिखर (कविता संग्रह) कहानी श्रृंखला (कहानी संकलन) गद्य त्रायी (गद्य संकलन) कहानीकार निर्मल वर्मा, साठोत्तर महिला कहानीकार, कहानी कोश (1951-1960) महिला उपन्यासकार (आलोचना) हिन्दी लेखक कोश (सहलेखिका), कहानी का समाजशास्त्र, कहानी कोश (1991-2000) हिंदी का भारतीय एवं प्रवासी महिला कथा लेखनः तुलनात्मक अध्ययन, साहित्य और संवाद
अनुभूति, अनुवाद भारती, अभिव्यक्ति, अम्स्टेल गंगा, आधारशिला, औरत, कथाक्रम, कथादेश, गगनांचल, गर्भनाल, गुरमति ज्ञान, चन्द्रभागा संवाद, पंजाब सौरभ, पंजाबी संस्कृति, परिशोध, परिषद पत्रिका, प्राधिकृत, प्रवासी दुनिया, मसि कागद, युद्धरत आम आदमी, वागर्थ, वितस्ता, विभोम स्वर, वेब दुनिया, रचनाकार, रचना समय, शोध भारती, संचेतना, संरचना, समकालीन भारतीय साहित्य, समीक्षा, सृजन लोक, साक्षात्कार,, साहित्यकुंज, साहित्य सुघा, सेतु, हंस, हरिगंधा, हिन्दी अनुशीलन आदि पत्र-पत्रिकाओं में शोध-पत्र, आलेख, कहानियां, लघु कथा एवं कविताएं प्रकाशित
अंतरिक्ष परी
बन सखी चांद सितारों की
गुपचुप-गुपचुप बतियाती है
कर अंतरिक्ष …
ट्रिप उसकी खुशी थी, आदत थी, ऊर्जा स्रोत था, मासिकचर्या थी।
कहता …
(महिला उपन्यासकारों के संदर्भ में)
समाज में व्यक्ति के पारस्परिक संबंधों, व्यवहारों, …
2021 में ‘जड़ पकड़ते हुए’ और ‘सूरजमुखी सा खिलता है जो’ के …
आज वे काफी प्रसन्नचित्त और मोबाइल थे। उन्होंने सुबह- सुबह अपने कमरे
1995 में राकेश प्रेम का कविता संकलन ‘ जंगल और जुगनू’ प्रकाशित …
पट्टी अहंकार की बांध जहां
बैठे दुर्योधन शिला प्रासाद,
अंधे का बेटा …
…….Dette Burde Skrives I Nutid (देत्ते बुरडे स्क्रिवस इ न्यूटिड ) यानी …
मूल्याँकन
जीवन को सहज रूप में जीने का संदेश देता: केसरिया बालम…
मूल्याँकन
नारी उत्पीड़न से सशक्तिकरण की यात्रा: पारो- उत्तरकथा
– डॉ. मधु …