कथा-कुसुम
गुमनाम
उनके नथूने ख़ुशबू से तर-ब-तर हो रहे थे। उनके कानों …
परिचय :
लेखन विधाएँ- कहानी, उपन्यास, कविता, लघुकथा आदि
प्रकाशन- गुलमोहर के नीचे, पुकारती ज़मीं (उपन्यास), उम्र-दर-उम्र, लाल छप्पा साड़ी, बाँसुरी की चीख, संन्यासी (कहानी संग्रह), ईश्वर की तूलिका (यात्रा वृत्तान्त), कचोट (लघुकथा संकलन), ज़िन्दा रहेंगी कविताएँ (कविता संग्रह)
साहित्य अकादमी से ऋता शुक्ल
परिचय :
लेखन विधाएँ- कहानी, उपन्यास, कविता, लघुकथा आदि
प्रकाशन- गुलमोहर के नीचे, पुकारती ज़मीं (उपन्यास), उम्र-दर-उम्र, लाल छप्पा साड़ी, बाँसुरी की चीख, संन्यासी (कहानी संग्रह), ईश्वर की तूलिका (यात्रा वृत्तान्त), कचोट (लघुकथा संकलन), ज़िन्दा रहेंगी कविताएँ (कविता संग्रह)
साहित्य अकादमी से ऋता शुक्ल के संपादन में प्रकाशित साझा संकलन में एक कहानी।
राष्ट्रीय स्तर की पत्र-पत्रिकाओं हंस, ज्ञानोदय, जनसत्ता, समकालीन भारतीय साहित्य, कथाक्रम, वागर्थ, वर्तमान साहित्य आदि में कहानियों का प्रकाशन।
विशेष- कहानियों का मलयालम, तेलुगु में अनुवाद।
सम्मान/पुरस्कार-
'पुकारती ज़मीं' उपन्यास पर राजभाषा विभाग, बिहार सरकार द्वारा नवलेखन पुरस्कार
प्रथम साहित्य गौरव सम्मान
तृतीय शैलप्रिया स्मृति सम्मान
सर्व भाषा ट्रस्ट द्वारा रामकृष्ण त्यागी कथा सम्मान
संपर्क- सी-1, डी ब्लाॅक, सत्यभामा ग्रैंड, पूर्णिमा काॅम्पलेक्स के पास, कुसई, डोरंडा, राँची (झारखण्ड)
कथा-कुसुम
गुमनाम
उनके नथूने ख़ुशबू से तर-ब-तर हो रहे थे। उनके कानों …
कविता-कानन
बोरसी
हमारी बोरसी खो गई है
हीटर, ब्लोअर की गर्मी में…
कथा-कुसुम
कहानी- बड़ी माँ की गठरी
– यह तुलसी चौरा आज उदास …