कविता-कानन
एक अंतहीन यात्रा
हम रेगिस्तान- सी बंजर मान चुकी ज़मीन से …
परिचय :
जन्म तिथि- 24 जनवरी 1985
शिक्षा- स्नातक (आंग्ल साहित्य प्रतिष्ठा)
सम्प्रति- शाखा प्रबंधक, युनाइटेड बैंक आॅफ़ इण्डिया
पता- 'सीमा सदन', आॅफ़िसर्स काॅलोनी, बिलासी टी., देवघर, झारखण्ड-814112
उपलब्धि-- विभिन्न पत्रिकाओं में कुछेक रचनाएं प्रकाशित और नियमित रूप से अपने ब्लॉग www.kri80
परिचय :
जन्म तिथि- 24 जनवरी 1985
शिक्षा- स्नातक (आंग्ल साहित्य प्रतिष्ठा)
सम्प्रति- शाखा प्रबंधक, युनाइटेड बैंक आॅफ़ इण्डिया
पता- 'सीमा सदन', आॅफ़िसर्स काॅलोनी, बिलासी टी., देवघर, झारखण्ड-814112
उपलब्धि-- विभिन्न पत्रिकाओं में कुछेक रचनाएं प्रकाशित और नियमित रूप से अपने ब्लॉग www.kri80vt4u.blogspot.com पर सक्रिय
प्रकाशित साझा काव्य-संग्रह - 'मुस्कराहटें...अभी बाक़ी हैं'
गूँज
कविता-कानन
एक अंतहीन यात्रा
हम रेगिस्तान- सी बंजर मान चुकी ज़मीन से …
कविता-कानन
तुझे कहूँ कि तेरे शहर को…!
तुम्हारी अल्हड़ जुस्तजू में झुम्पा …
मूल्यांकन
रिश्तों के हनन और संघर्ष की खौलती कथा: खाली घरौंदे- अमिय …
प्रकृति संग आयाम रचता जन-साहित्य ‘बुराँस की तरह’: अमिय प्रसून मल्लिक
नवीन …
अब स्वयं से सवाल कर लो !
इस सभ्य समाज में अरुणा …
कविताएँ
देगा कौन… !
तुम्हारी उनींदी आँखों से
मैंने मुमूर्ष सपनों को…
प्रेम निभा कर तो दिखाओ…!
तो यह बाज़ारीकरण का दौर है. यहाँ …
पुरुषों पर क्यूँ नहीं लिखते…!
अभी-अभी सोशल मीडिया के हवाले से ख़बर …