
मई 2021
304 Views
वैदिक वांगमय और इतिहास बोध-8
(भाग – 7 से आगे) ऋग्वेद और आर्य सिद्धांत: एक युक्तिसंगत परिप्रेक्ष्य (च) (मूल शोध – श्री श्रीकांत तलगेरी) (हिंदी–प्रस्तुति – विश्वमोहन) चौथे मंडल में सुदास के वंशज सहदेव और उसके बेटे सोमक के पश्चिम दिशा में और अंदर तक प्रवेश कर जाने का वृतांत है। उनके पश्चिमोत्तर प्रसार के प्रारंभिक दिनों के मध्य क्षेत्र... Read More