1- ग्रीष्म तपन,
गुलमोहर हँसे,
रक्ताभ दंत.
2- सूरज तपे,
सूखे नदिया-नाले,
भीगा है तन.
3- मानव मन,
शुष्क ग्रीष्म सरीखा,
करुणा लुप्त.
4- विकल मन,
तपे तन विरहा,
मेहा बुलाए.
5- अमलतास,
दे रहा अहसास
बसंत जैसा.
6- धूप-छाँव की,
देखी आँख-मिचौली,
छाँव ना मिली.
7- आइसक्रीम,
गरमी का गहना,
करे शीतल.
8- ताश के पत्ते
बिछे चादर पर,
ग्रीष्म-सौगात.
9- बर्फ़ के गोले,
बने रंग-बिरंगे,
चलो चुस्की लें.
10- गुलमोहर
रोमांचित पाकर,
सूर्य उष्णता
11- टन टनाई
घंटी कुल्फी वाले की,
गरमी आई.
12- रसीली ऋतु
लाई फलों के रस
तन शीतल.
13- मन क्रोधित
ग्रीष्म-सूर्य सा देख
कटे सिरों को.
14- सूर्य दिन में
कितना भी कुपित
शाम को शांत.
15- शाम शीतल,
चांदनी का चंदोवा
तना धरा पे.