बेल्जियम जर्मनी, फ़्रांस और नीदरलैंड के बीच में स्थित एक सुंदर व समृद्ध देश है। यहाँ प्रति वर्ग मील 50 लोग रहते हैं जो नीदरलैंड के बाद यूरोप में सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला देश है। इसका क्षेत्रफल 12,000 वर्ग मील है।यहाँ के निवासियों की औसत आयु 41 वर्ष और जीवन प्रत्याशा 81 वर्ष है। बेल्जियम वफल (waffles),स्मर्फ़ (smurfs) और पेशाब करते छोटे बच्चे की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। बेहतरीन व्यंजन, सर्वोत्तम बीयर, फ्रेंचफ्राइज और मलाईदार चाकलेट का आकर्षण पर्यटकों को बेल्जियम की ओर खींच लाता है। इस देश का जन्म मध्यकाल में (1300-1500) एक व्यापारिक इकाई के रूप में हुआ थाI बेल्जियम के संग्रहालयों में रोजमर्रा की जिंदगी के महत्व का जश्न मनाने वाली शानदार पेंटिंग्स उपलब्ध हैं। बेल्जियम के बारे में कहा जाता है कि वह एक पिघलने वाले बर्तन की तरह हैI बेल्जियम सांस्कृतिक रूप से एक मिश्रित देश हैIहास्य की भावना के कारण बेल्जियम एक-तिहाई अंग्रेजी है, संस्कृति प्रेम और अच्छी जीवन शैली के कारण एक-तिहाई फ्रेंच है और अपनी कार्य नीति के कारण यह एक-तिहाई जर्मन है । यहाँ के नागरिकों के बारे में एक प्रसिद्ध कहावत है कि वे पेट में ईंट लेकर जन्म लेते हैं अर्थात वेलोग अपने जीवन में एक मकान अवश्य खरीदते अथवा बनवाते हैं Iछोटा देश होने के बावजूद यहाँ बहुत विविधता है।
भाषिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक दृष्टि से इसे तीन वर्गों में विभाजित किया जा सकता है-1.फ्रेंच भाषाभाषी वालोनिया 2.डच भाषाभाषी फ्लेंडर और 3.द्विभाषी ब्रुसेल्सI
बेल्जियम के25 प्रतिशत निवासी विदेशी हैं जो अंग्रेजी बोलते हैं I बेल्जियम यूरोप के सबसे छोटे और सबसे घनी आबादी वाले देशों में से एक हैI यह वर्ष 1830 से एक स्वतंत्र देश है। यहाँ संसदीय लोकतंत्र है और इस देश के औपचारिक प्रमुख राजा फिलिप हैं। यहाँ मतदान करना अनिवार्य है। यहाँ पंजीकृत मतदाताओं में से 90 प्रतिशत लोग चुनाव में मतदान करते हैं I यहाँ वंशानुगत संवैधानिक सम्राट की अध्यक्षता वाला लोकतंत्र है। यूरोप के सभी देशों से अधिक तलाक बेल्जियम में होते हैं Iयहाँ प्रति 100 में से 70 लोग तलाकशुदा हैं। इस देश का राष्ट्रीय पेय बीयर है। वर्ष में बेल्जियम के प्रति व्यक्ति औसतन 20 गैलन बीयर पी जाते हैं Iसांस्कृतिक रूप से बेल्जियम विविधताओं से भरा हुआ देश है Iबेल्जियम में फ्रेंच, डच और जर्मन तीन भाषाएँ बोली जाती हैं Iबेल्जियम यूरोपीय यूनियन के 27 देशों में से एक है और मुद्रा के रूप में यहाँ यूरो चलता है Iयूरोपीय यूनियन के सदस्य देशों के बीच कोई सीमा नहीं है। इन देशों के नागरिकों को दूसरे देश में जाने पर पासपोर्ट और वीजा की आवश्यकता नहीं होती है। यूरोपीय संघ के इतरकिसी देश के नागरिक भी इन 27 में से किसी एक देश का वीजा लेकर यूरोपीय संघ के 27 देशों में घूम सकते हैं I इसलिए अनेक लोग प्रतिदिन सुबह बेल्जियम से नीदरलैंड अथवा नीदरलैंड से जर्मनी नौकरी करने के लिए जाते हैं और शाम को पुनः लौट आते हैंI
एंटरॉप (Antwerp) -हम लोगों ने 15 अप्रैल 2023 को बेल्ज के शहर एंटरॉप जाने का कार्यक्रम बनायाI डेन बॉस(नीदरलैंड) से एंटरॉप (बेल्जियम) की दूरी 115 किलोमीटर है। कार से सवा घंटे में हम लोग एंटरॉप (Antwerp) पहुँच गए I कार को पार्क कर हम लोग पूरे शहर का भ्रमण कराने वाले मोटर में सवार हुए। मोटर वाले ने चालीस मिनट में एंटरॉप शहर की गलियों में सैर करायाI एंटरॉप, नीदरलैंड का निकटवर्ती शहर है। नीदरलैंड का निकटवर्ती शहर होने के कारण यहाँ डच भाषा बोली जा ती है। पहले बेल्जियम नीदरलैंड का ही एक अंग था जो बाद में अलग देश बन गया Iएंटरॉप यूरोप का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह है। यह सेल्टनदी के किनारे स्थित है I सेल्ट यहाँ की प्रमुख नदी है और यह नदी इसी शहर में उत्तरी सागर से मिलती हैI यह शहर हीरे के व्यापार के लिए विश्वविख्यात है। इसे डच भाषाभाषी फलेंडर की राजधानी भी कहा जाता है। इस शहर का गौरवशाली इतिहास है। किसी समय यह यूरोपीय व्यापार का प्रमुख केंद्र था। द्वितीय विश्व युद्ध में यह शहर आंशिक रूप से बर्बाद हो चुका था जिसका पुनर्निर्माण कराया गया। इसे यूरोपीय फैशन और तकनीक का शहर कहा जाता है। इस शहर की एक विशेषता यह है कि यहाँ दुनिया के 180 देशों के नागरिक रहते हैं। पैसे देकर कोई भी व्यक्ति सरलतापूर्वक बेल्जियम की नागरिकता ग्रहण कर सकता है। एंटरॉप मध्यकाल में निर्मित महल, चर्च आदि के लिए मशहूर है। एंटरॉप पीटर पॉल रुबेन जैसे विश्व प्रसिद्ध कलाकार का गृह नगर है। पीटर पॉल रुबेन का जन्म जर्मनी में हुआ था, लेकिन एंटरॉप उनका कार्य स्थल थाIएंटरॉपबहुत फैशनेबल शहर है जो कला दीर्घाओं और बढ़िया भोजन के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ असंख्य शानदार कॉकटेल बार हैं जहाँ सभी प्रकार के संगीत गूंजते रहते हैं। यहाँ की रातें जीवंत होती हैं । यह बेल्जियम का दूसरा सबसे बड़ा शहर और यूरोप के सबसे व्यस्त बंदरगाहों में से एक हैIऐतिहासिक दृष्टि से भी यह शहर महत्वपूर्ण है। यहां सुरम्य पथरीली सड़कों और सदियों पुराने चौराहों के बीच अनेक ऐतिहासिक इमारतें और दिलचस्प संग्रहालय मौजूद हैं।
रेड स्टार लाइन संग्रहालय-यह संग्रहालय सेल्ट नदी के तट पर स्थित हैजिसके चारों ओर जलमार्ग है। यह संग्रहालय इतिहास की एक सच्चाई का उद्घाटन करता है। यह संग्रहालय यूरोप के प्रवासीकरण की मार्मिक गाथा प्रस्तुत करता है। वर्ष 1873 और 1934 के बीच बेहतर जीवन और सुखद भविष्य की तलाश में यूरोप के लाखों यात्री एंटरॉप होकर अमेरिका के लिए रवाना हुए । यह अत्याधुनिक संग्रहालय रेड स्टार शिपिंग लाइन की कहानी बयान करता है।
रूबेन्स हाउस-यह विश्व प्रसिद्ध चित्रकार पीटरपॉलरूबेन्सका घर और स्टूडियोहै Iइस आकर्षक भवन को पीटर पॉल रूबेन्स की डिजाइनों के अनुसार पुनर्निर्मित और विस्तारित किया गया है। इसका बाहरी हिस्सा ईंटों की अद्भुत कारीगरी, अलंकृत अग्रभाग और शानदार मूर्तियों के कारण कलाप्रेमियों को आकर्षित करता है जबकि इसके आंतरिक भाग के सौंदर्य को देखकर दर्शक चमत्कृत हो जाते हैं । इसमें उनके एक दर्जन से अधिक चित्रों को प्रदर्शित किया गया है। इसमें उनके कुछ समकालीन कलाकारों की शानदार कलाकृतियाँ भी पुराने फर्नीचर के साथ प्रदर्शित की गईं हैं। इसे वर्ष 1946 में जनता के लिए खोला गया था Iरूबेन हाउस महानतम फ्लेमिश कलाकारों में से एक के जीवन और कार्यों का प्रभावशाली दृश्य प्रस्तुत करता है।पीटरपॉलरूबेन्स का जन्म 1577 में जर्मनी में हुआ था, लेकिन 12 वर्ष की उम्र में वे अपने परिवार के साथ एंटरॉप में आ गए थे। उन्होंने एंटरॉप में स्थानीय पेंटर से प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके उपरांत उन्होंने रोम में पेंटिंग की उच्च शिक्षा ग्रहण की। वे वर्ष 1608 में इटली से एंटरॉप वापस आ गए और जहाँ रुबेन्स हाउस में रहकर कला साधना करने लगे।
कैथेड्रल ऑफ़ आवर लेडी– कैथेड्रल ऑफ़ आवर लेडी एंटरॉप के सर्वाधिक लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है जिसे शहर के किसी भी कोने से देखा जा सकता है। यह बेनेलक्स (बेल्जियम, नीदरलैंड और लक्जमबर्ग) तीन देशों का संगठन में सबसे ऊंचा चर्च टावर है। इसकी ऊँचाई 123 मीटर है। चार्ल्सपंचम और नेपोलियन दोनों ने इसकी शानदार डिजाइन और गॉथिक विशेषताओं की प्रशंसा की है । 1352 और 1521 के बीच निर्मित इस कैथेड्रल का गुफानुमा आंतरिक भाग अपनी शानदार रंगीन कांच की खिड़कियों और रूबेन के चित्रों के संग्रह के लिए विशेष रूप से दर्शनीय है। यह एंटरॉप का सबसे बड़ा चर्च है। इस चर्च का निर्माण 1352 में आरंभ हुआ और 1521 में इसे लोकार्पित किया गया। उस समय यह शहर विकास के उच्चतम शिखर पर था। यह चर्च अनेक बार प्राकृतिक आपदाओं और मानवीय आक्रमणों का शिकार हुआ। इसके अंदर की कलाकृतियाँ और पेंटिंग देखने योग्य है। यहाँ यूरोप के विख्यात कलाकार पीटर पॉल रुबेन की अनेक कलाकृतियाँ संग्रहित हैं I
ब्रुसेल्स-04 जून 2023 को बेल्जियम की हमारी दूसरी यात्रा थी Iसुबह नौ बजे हम लोग डेन बॉस स्थित अपने घर से बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स के लिए निकले। यहाँ से ब्रुसेल्स की दूरी लगभग 150 किलोमीटर है। दो घंटे में हम लोग ब्रुसेल्स पहुँच गएI ब्रुसेल्स में अच्छी धूप खिली थी और भव्य अट्टालिकाएँ हमारा इंतजार कर रही थीं। घूमने के लिए मौसम अनुकूल था। ब्रुसेल्स नगर बहुत सुन्दर और भव्य है। पर्यटन की दृष्टि से ब्रुसेल्स एक अद्भुत जगह है। अपनी शानदार वास्तुकला, संग्रहालयों व कला दीर्घाओं की अधिकता, खाने-पीने के लिए अनेक रेस्टोरेंट और जीवंत नाइटलाइफ़ के लिए यह शहर विख्यात है। यहाँ एक ही स्थान पर प्राचीनता और आधुनिकता दोनों के दर्शन होते हैं Iयह शहर अपनी गौरवशाली संस्कृति की महागाथा प्रस्तुत करता है Iइस शहर का विस्तार अधिक है। इसलिए एक दिन में पूरा शहर घूमना संभव नहीं थाIइसलिए हम लोगों ने कुछ चुनिंदा स्थलों पर भ्रमण करने का निश्चय किया Iइस शहर में अद्भुत अनुशासन देखने को मिला। अनुकरणीय साफ-सफाई और नियमों का सख्ती से अनुपालन करते नागरिक। पहली नज़र में ही इस नगर से प्यार हो जाना स्वाभाविक है। ब्रुसेल्स बेल्जियम की राजधानी है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह नगर अंतर्राष्ट्रीय राजनीति का केंद्र बन गया। इस नगर में अनेक अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के मुख्यालय हैंI ब्रुसेल्स में बेनीलक्स -बेल्जियम, नीदरलैंड और लक्जमबर्ग तीन देशों का संगठन) सचिवालय और नाटो (NATO का मुख्यालय स्थित है। इस नगर में फ्रेंच और डच दो भाषाएँ बोली जाती हैं। यहाँ के अधिकांश निवासी फ्रेंच भाषा बोलते हैंIलगभग 90 प्रतिशत लोगों की भाषा फ्रेंच है Iआम बोलचाल की भाषा भी फ्रेंच है। यहाँ अंग्रेजी तीसरी भाषा के रूप में बोली जाती है। यह शहर अपने खानपान के लिए मशहूर है। यहाँ की तीन चीजें मशहूर हैं-वाफल, चॉकलेट और फ्रेंच फ्राई। बीयर और चॉकलेट के बिना तो ब्रुसेल्स की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। विभिन्न प्रकार की बीयर के लिए यह नगर विश्व प्रसिद्ध है। बीयर बनाने में विश्व का कोई देश इनसे मुकाबला नहीं कर सकता है Iबेल्जियम में बीयर निश्चित रूप से सबसे अधिक पसंद किया जाने वाला पेय है। बेल्जियम के लोग सैकड़ों वर्षों से बीयर बना रहे हैं और उनकी बीयर दुनिया भर में पसंद की जाती है। यहाँ तरह-तरह की बीयर का उत्पादन होता है । ब्रुसेल्स को चॉकलेट की राजधानी कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं है। बेल्जियम के चॉकलेट विश्वविख्यात हैं। यदि आप चॉकलेट प्रेमी हैतो चॉकलेट संग्रहालय का भ्रमण अवश्य करें। यह संग्रहालय प्रतिदिन सुबह 10.00 बजे से शाम 5.00 बजे तक खुला रहता है और इसका प्रवेश शुल्क मात्र 6 यूरो है। ब्रुसेल्स में सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के अनेक संग्रहालय हैं I
ग्रैंड प्लेस-सर्वप्रथम हम लोग ग्रैंड प्लेसगए। नगर के ह्रदय स्थल में ही ग्रैंड प्लेस अवस्थित है। हम लोगों ने ग्रैंड प्लेस में बहुत समय बिताया। यहाँ टाउन हॉल और नव-गॉथिक किंग्स हाउस स्थित है जिसमें ब्रुसेल्स सिटी संग्रहालय है। टाउन हॉल का निर्माण 15 वीं शताब्दी में किया गया था Iग्रैंडप्लेसका शिखर अन्य सभी इमारतों से ऊँचा है Iटाउन हॉल को गोथिक वास्तुकला की उत्कृष्ट कृति माना जाता है।ग्रैंडप्लेसकी आंतरिक सज्जा मंत्रमुग्ध कर देती है । काउंसिल चैंबर की शानदार छत, खूबसूरत पैनलवाली दीवारें, अद्भुत कलाकृति और भित्तिचित्रआदि सम्मोहित कर लेते हैं । टाउन हॉलमें अनेक संगीत कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं Iक्रिसमस के समय ग्रैंड प्लेसमें बहुत चहल-पहल रहती है Iग्रैंडप्लेसका निर्माण 11वीं शताब्दी में शुरू हुआ था और 17वीं शताब्दी तक इसका निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका था। 1695 मेंनौ साल के युद्ध के दौरानफ्रांसीसी सैनिकों द्वारा यहाँ भारी बमबारी की गई जिसके कारण इस चौराहे और बाज़ार के अधिकांश भवन नष्ट हो गए थे । बाद के वर्षों में इसका पुनर्निर्माण किया गया जिसके उपरांत इस स्क्वायर को उसका वर्तमान स्वरूप प्राप्त हुआ Iबाद में कई बार इसका नवीनीकरण और पुनर्निर्माण किया गया । 19वीं शताब्दी के मध्य में इस चौराहे और भवनों को पुनर्निर्मित किया गया। आजकलग्रैंड प्लेसब्रुसेल्स का सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बन गया है। इसे दुनिया के सबसे खूबसूरत चौराहों में से एक माना जाता है। वर्ष 1998 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित कर दिया ।
मानेकन पिस- ब्रुसेल्स के केंद्रीय स्थल पर मानेकन पिस स्थित है। यह 55.5 सेंटीमीटर की कांस्य मूर्ति है। यह एक छोटा नंगा बच्चा है जो फव्वारे के बेसिन में पेशाब कर रहा है। यह नंगा पेशाब करता हुआ बच्चा ब्रुसेल्स में बहुत मशहूर है। मानेकन पिस ब्रुसेल्स का सबसे लोकप्रिय प्रतिनिधि और पसंदीदा प्रतीक है। यह ब्रुसेल्स के नागरिकों के आनंद और उल्लास का प्रतिनिधित्व करता है और छोटे लड़के की तस्वीर लेने के लिए देश-दुनिया के पर्यटक आते हैं। इसके संबंध में अनेक किंवदंतियाँ प्रचलित हैं। एक किस्सा है कि छोटे बच्चे ने घंटी बजाकर शहर को जलने से बचा लिया था । एक अन्य दंतकथा के अनुसार एक रईस के बेटे ने किसी चुड़ैल के घर की दीवार पर पेशाब कर दिया था जिससे नाराज होकर चुड़ैल ने उसे एक मूर्ति में तब्दील होने का अभिशाप दे दिया था । इसके बारे में एक अन्य कहानी भी प्रचलित है। एक धनी व्यापारी था जो अपने परिवार के साथ शहर की यात्रा पर जा रहा था। यात्रा के दौरान उसका बेटा लापता हो गया । व्यापारी ने जल्दी से एक खोजी दल का गठन किया जिसमें शहर के सभी कोनों को खंगाल डाला। अंत में बच्चा एक छोटे बगीचे में पेशाब करता हुआ मिला। खोज के दौरान मदद करनेवाले स्थानीय लोगों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए व्यापारी ने फव्वारा बनवाया था। एक अन्य किंवदंती है कि शहर में खरीदारी करते समय एक छोटा लड़का अपनी मां से बिछुड़ गया। अपने बच्चे को खोने से घबराई महिला ने शहर के मेयर सहित सभी से मुलाकात की। शहर में बच्चे की खोज शुरू हुई। अंततः वह बच्चा एक गली के कोने पर पेशाब करता हुआ मिला । उसी की याद में इस मूर्ति को स्थापित किया गया। एक अन्य किंवदंती के अनुसार लड़का आग से जाग गया था और उसने अपने पेशाब से आग को बुझा दिया था। इस प्रकार उसने राजा के महल को जलने से बचा लिया । कहानी कुछ भी हो, लेकिन यह पेशाब करता हुआ नंगा बच्चा ब्रुसेल्स का प्रतीक बन गया है I
सेंट माइकल कैथेड्रल-ब्रुसेल्स के केंद्रीय स्थल पर स्थित सेंट माइकल कैथेड्रल बहुत भव्य है। यह रोमन कैथोलिक कैथेड्रल है। यह ब्रुसेल्स के अभिभावक सेंट माइकल और सेंट गुडुला को समर्पित कैथेड्रल है। इसका निर्माण 11वीं शताब्दी में आरंभ हुआ और कई चरणों में इसका निर्माण कार्य 16वीं शताब्दी तक चलता रहा Iइस भव्य कैथेड्रल की स्थापत्य कला अद्भुत है। ब्रुसेल्स आनेवाले पर्यटकों को एक बार इसे अवश्य देखना चाहिए Iयह कैथेड्रल सफ़ेद पत्थरों से निर्मित है और इसके दो टावर हैं। लगभग 1000 साल से यह कैथोलिक देशों के लिए सबसे महत्वपूर्ण चर्च बना हुआ है I
मिनी यूरोप-यदि कोई व्यक्ति एक स्थान पर पूरे यूरोप की झांकी देखना चाहता है तो उसे ब्रुसेल्स के मिनी यूरोप में अवश्य घूमना चाहिए। यह पार्क दर्शनीय के साथ ज्ञानवर्धक भी है। यहाँ एक जगह पर पूरे यूरोप की कला व संस्कृति के प्रतिनिधि प्रतीकों को देखा जा सकता हैI यहाँ यूरोपियन यूनियन के सभी 27 देशों की झांकी प्रस्तुत की गई है। इन देशों के राष्ट्रीय झंडे, किले, महल, रेल, ट्राम, नदियों, नहरों आदि को प्रदर्शित किया गया है। इसके अतिरिक्त मिनी यूरोप में इन देशों की ग्रामीण अर्थव्यवस्था, स्टॉक एक्सचेंज, सिटी हॉल, विश्वविद्यालय, वास्तुशिल्प, विंड मिल आदि प्रदर्शित किया गया है I
यूरोपीय संसद-ब्रुसेल्स यूरोपीय संघ (यूरोपियन यूनियन) की राजधानी है। यूरोपीय संघ यूरोप का सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली संगठन है। यूरोप के देशों के टकराव और दुश्मनी के निराकरण और व्यापारिक साझेधारी को बढ़ाने के उद्देश्य से इसका गठन हुआ था। यूरोपीय संघ विभिन्न राष्ट्रों, संस्कृतियों और परम्पराओं का संघ है जो अपने उद्देश्यों को पूरा करने में बहुत हद तक सफल रहा है। द्वितीय विश्व युद्ध में करोड़ों लोगों की मौत हुई थी और लाखों महल, चर्च, मकान आदि ध्वस्त हो गए थे। इस युद्ध से सबक लेते हुए यूरोप के देशों ने परस्पर सहयोग और शान्ति के लिए एक साथ कार्य करने का निर्णय लिया। युद्ध समाप्त हो जाने के उपरांत यूरोप के दूरदर्शी नेताओं ने इस दिशा में पहल की। यूरोपीय संघ ने धीरे-धीरे आकार ग्रहण किया। इसकी शुरुआत वर्ष 1948 में हुई जब बेल्जियम, नीदरलैंड और लक्जमबर्ग ने आपस में मुक्त व्यापार करने के लिए बेनीलक्स (BENILUX) की स्थापना की। बाद में यह यूरोपीय कोयला और इस्पात संघ (The European Coal and Steel Union), उसके बाद यूरोपीय आर्थिक समुदाय (The European Economic Community)अथवा कॉमन मार्केट (Common Market) के रूप में विकसित हुआ। 1992 में मास्त्रिख संधि हुई जिसमें कॉमन मार्केट के 12 सदस्य देशों ने यूरोपीय संघ की स्थापना की और सदस्य देशों के बीच सामानों, श्रमिकों और सेवाओं की मुक्त आवाजाही को सुनिश्चित किया। वर्ष 2002 में यूरोपीय संघ के अधिकांश सदस्य देशों ने एक ही मुद्रा ‘यूरो’ को अंगीकार कर लिया। वर्ष 2019 से यूरोपीय संघ में 27 देश हैंIयूरोप के शहरों के अंदर कार आदि वाहन प्रतिबंधित है। इसलिए पैदल बहुत चलना पड़ता है। ब्रुसेल्स भ्रमण से हम सभी बहुत थक चुके थे। इसलिए घर के लिए प्रस्थान कियाI लगभग आठ बजे शाम को हम लोग घर पहुँचे। धूप अभी तक अपना तेवर दिखा रही थी। आज लगभग दस बजे सूर्यास्त हुआ।