1.
किसी का नाम सुनकर आपको गुस्सा नहीं आता
घिनौने काम सुनकर आपको गुस्सा नहीं आता
अमूमन जो भी चीज़ें खूब सस्ते भाव मिलती थी
बढ़े अब दाम सुनकर आपको गुस्सा नहीं आता
जहाँ पर प्यार में सुख चैन से जीवन गुज़रता था
वहाँ कुहराम सुनकर आपको गुस्सा नहीं आता
यहाँ अब भूख को मिलती नहीं दो ज़ून की रोटी
शराबो जाम सुनकर आपको गुस्सा नहीं आता
करोड़ों डिग्रियाँ यूँ ही सड़क पर बोझ जैसी हैं
नदारद काम सुनकर आपको गुस्सा नहीं आता
निराशा में दबे, डूबे हुए जब लौटते हैं घर
सुहानी शाम सुनकर आपको गुस्सा नहीं आता
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2.
जिसे चाहो उसे दे दो तुम्हारा प्यार है प्यारे
पिलाओ दूध सांपों को अगर स्वीकार है प्यारे
ज़रूरत को करे पैदा बताकर खौफ़ के किस्से
निकाले ज़ेब से पैसा यही बाज़ार है प्यारे
सभी की काटकर ज़ेबें रखे अपनी तिज़ोरी में
झुका दे सबको कदमों में वही सरदार है प्यारे
ये कश्ती है किराये की तुझे उपयोग करना है
डुबा दे तेरे हाथों में अभी पतवार है प्यारे
सुगम तू झूठ को भी सच बताकर खूब फैला दे
कृपाओं पर सभी पलते हुए अखबार हैं प्यारे
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3.
दुआओं का असर उल्टा बहुत विकराल होता है
जिसे मैं बद्दुआ दे दूॅं वही खुशहाल होता है
हमारी भावनाओं का विरोधी हो गया मौसम
जिसे मैं देर से चाहूँ वही तत्काल होता है
न जाने कौन सा विज्ञान कैसे काम करता है
भले चांटा किसी का हो हमारा गाल होता है
कमाई किस तरह दौलत किसी को भी नहीं मतलब
हो दौलतमंद उसका ही तो इस्तक़बाल होता है
कोई मारे, कहीं मारे, किसी हथियार से मारे
हमेशा ही, हमारा ही बुरा बस हाल होता है