राही रैंकिंग के चयनित लेखकों की 6 पुस्तकों का लोकार्पण
जयपुर, 5 जनवरी। पं. जवाहरलाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी के चेयरमैन और वरिष्ठ गीतकार इकराम राजस्थानी ने कहा है कि साहित्य ही समाज और संस्कृति को जीवित रखेगा। किताबें समय की धड़कन हैं और इन्हीं में हमारी तहजीब सांस लेती है। कलम ही समाज को दिशा देती है। गुरुवार को इकराम राजस्थानी राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादमी और राही सहयोगी संस्थान के तत्वावधान में इंडिया नेट बुक्स द्वारा प्रकाशित 6 पुस्तकों के लोकार्पण एवं प्रतिष्ठित कवि, संपादक, विधिवेत्ता एवं प्रकाशक डॉ. संजीव कुमार को डॉ. हरिवंश राय बच्चन साहित्य सम्मान अर्पण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार नंद भारद्वाज ने कहा कि सभ्यता और संस्कृति मानव समाज के विकास की सतत प्रक्रिया है। साहित्यकारों का काम उसमें नया जोड़ने का होता है। साहित्यकार का काम जीवन को पढ़ने और समाज की संवेदनशीलता को जीवित रखने का है। वरिष्ठ कवि डॉ संजीव कुमार और अन्य साहित्यकार इस दिशा में सार्थक प्रयास कर रहे हैं। डॉ. संजीव कुमार ने कविता और अन्य विधाओं में 107 पुस्तकों का सृजन कर अपनी रचनाधर्मिता का दायित्व बखूबी निभाया है।
स्वागत अध्यक्ष राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादमी के निदेशक डॉ बीएल सैनी ने कहा कि अकादमी प्रदेश के प्रबुद्ध साहित्यकारों और लेखकों की उत्कृष्ट ज्ञानवर्धक एवं अकादमिक पाठ्य पुस्तकों के प्रकाशन से नई पीढ़ी के संवर्धन का काम कर रही है। हमारे प्रकाशन करोड़ों विद्यार्थियों तक पहुंचकर उनके जीवन निर्माण में योगदान कर रहे हैं।
प्रबोध कुमार गोविल और डॉ. जयश्री शर्मा ने राही रैंकिंग के बारे में विचार व्यक्त किए और डॉ. नीलिमा टिक्कू ने रैंकिंग में प्रथम स्थान पर रहने वाली देश की जानी-मानी कथाकार चित्रा मुद्गल के साहित्यिक सफर की विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर लघु कथा संपादन के लिए डाॅ. राजकुमार घोटड़ को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन युवा कवयित्री रेनु शब्द मुखर और व्यंग्यकार प्रभात गोस्वामी ने किया।