नभ में टिमटिमाते तारे,
कितने सुंदर कितने प्यारे।
इन तारों में एक है तारा,
जिसका नाम है ध्रुवतारा।।
दूर गगन में है चमकता,
सबसे ऊंचा चमकीला।
बच्चो को प्रेरित है करता,
जग में चमको बन के तारा।।
दृढ़ निश्चयी रहो अटल,
कठिन परिश्रम करो निरन्तर।
जब तक तुम्हारे भाग्य का,
नभ में चमके न सितारा।।
सत्य के पथ पर चलकर,
मंजिल का तय करो सफ़र।
कर्तव्यपरायण बनकर,
करो सबका मार्ग प्रशस्त।।