अम्बे मात का आगमन, मन में हास उलास।
नवरातों के रंग में, …
अम्बे मात का आगमन, मन में हास उलास।
नवरातों के रंग में, …
माँ में गुरु, गुरु में माँ,
मातरम् नम: गुरवे नम:।
कभी-कभी मन …
स्वस्थ समाज की परिकल्पना का उपन्यास: कुबेर
– श्यामसुंदर पाण्डेय
‘कभी काम …
देशावर
कहाँ है मेरा प्यारा वतन?
बचपन की दहलीज लांघकर
यौवन के …
देशावर
जीवन की लंबी यात्रा में विभिन्न पड़ावों की अहम् भूमिका रहती …
देशावर
प्रातःकाल
प्रातःकाल,
एक नए दिन की शुरुआत!
सूरज की कोमल किरणों …
देशावर
अंतस का पर्यावरण
है प्रदूषण आचरण में
दोष दें पर्यावरण को…
देशावर
अ– अधिकार का
वह था ग़रीब
क्या मालूम ग़रीब पैदा हुआ …