अप्रैल 2015 प्रेम निभा कर तो दिखाओ…!प्रेम निभा कर तो दिखाओ…! तो यह बाज़ारीकरण का दौर है. यहाँ … जो दिल कहे! अमिय प्रसून मल्लिक
मार्च 2015 पुरुषों पर क्यूँ नहीं लिखते !पुरुषों पर क्यूँ नहीं लिखते…! अभी-अभी सोशल मीडिया के हवाले से ख़बर … जो दिल कहे! अमिय प्रसून मल्लिक