1. नीलांबरी
तन सुकोमल कुमुदिनी सा रूप राशि का लिए सघन जाल…
1. नीलांबरी
तन सुकोमल कुमुदिनी सा रूप राशि का लिए सघन जाल…
सॉनेट
1.स्त्री का स्वर
मौनता की भाषा यदि होती..मृदुल -सहज व सरल
मृगतृष्णा (सॉनेट )
जीवन की आपाधापी में भौतिक विलासिता से प्रभावित
रक्तबीज …
उक्त -अनुक्त (सॉनेट)
ऊहूँ,न,नहीं व्यक्त करूँगी अपनी परिधि
ऊहूँ… न.. नहीं आऊँगी …
सूरज छुपकर जा चुका, अंधकार की ओर
अन्तःपुर में रात के, छुपी …
जुगनू बोला चाँद से, उलझ न यूँ बेकार
मैंने अपनी रौशनी, पाई …
जागा लाखों करवटें, भीगा अश्क हज़ार
तब जा कर मैंने किए, काग़ज …
गली गली सूनी पड़ी, सड़कें हुईं उदास।
घर गर्मी में यूँ हुआ, …