विमर्श
हिन्दी काव्य में ग़ज़ल
– ज़हीर कुरेशी
‘हिन्दी काव्य में ग़ज़ल’ …
परिचय :
जन्मतिथि- 5 अगस्त, 1950 ई.
जन्मस्थान- चन्देरी, ज़िला-अशोक नगर (म.प्र.)
प्रकाशन- लेखनी के स्वप्न (1975), एक टुकड़ा धूप (1979), चाँदनी का दुःख (1986), समंदर ब्याहने आया नहीं है (1992), भीड़ में सबसे अलग (2003), पेड़ तन कर भी नहीं टूटा (2010), बोलता है बीज भी (2014), निकला न दिग्विजय का सिकंदर (2
परिचय :
जन्मतिथि- 5 अगस्त, 1950 ई.
जन्मस्थान- चन्देरी, ज़िला-अशोक नगर (म.प्र.)
प्रकाशन- लेखनी के स्वप्न (1975), एक टुकड़ा धूप (1979), चाँदनी का दुःख (1986), समंदर ब्याहने आया नहीं है (1992), भीड़ में सबसे अलग (2003), पेड़ तन कर भी नहीं टूटा (2010), बोलता है बीज भी (2014), निकला न दिग्विजय का सिकंदर (2016) सभी ग़ज़ल संग्रह
कुछ भूला कुछ याद रहा (संस्मरण संग्रह, 2016)
ग़ज़लकार पर प्रकाशित संपादित पुस्तकें-
1. डॉ. मधु खराटे द्वारा संपादित 'ज़हीर कुरेशी की चुनिंदा ग़ज़लें' संचयन (देश के दो अलग-अलग विश्व-विद्यालयों के एम.ए. हिंदी पाठ्यक्रम हेतु निर्धारित)
2. डॉ. विनय मिश्र द्वारा संपादित 'ज़हीर कुरेशी: महत्त्व और मूल्यांकन आलोचना ग्रंथ' (देश के अलग-अलग 37 समालोचकों के आलेखों से समृद्ध किसी भी हिंदी ग़ज़लकार पर प्रकाशित पहली आलोचना-पुस्तक)
3. डॉ. मधु खराटे द्वारा संपादित ग़ज़लकार जहीर कुरेशी की काव्य-दृष्टि' दूसरा आलोचना-ग्रंथ)
विशेष-
'आधुनिक काव्य विषय के अनतर्गत ग़ज़लकार की 20 ग़ज़लें उत्तर महाराष्ट्र विश्व-विद्यालय जलगाँव के स्नातकोत्तर 'एम.ए. (उत्तरार्द्ध) हिंदी' पाठ्यक्रम में सम्मिलित
2. 'आधुनिक काव्य' विषय के अंतर्गत ही ग़ज़लकार की 5 ग़ज़लें स्वामी रामानंद तीर्थ मराठवाड़ा विश्व-विद्यालय, नांदेड़ के स्नातकोत्तर 'एम.ए. (उत्तरार्द्ध) हिंदी' पाठ्यक्रम में सम्मिलित
3. हिन्दुस्तान के पहले ग़ज़लकार, जिनकी कुल 25 ग़ज़लें देश के दो अलग-अलग विश्वविद्यालयों के स्नातकोत्तर (हिंदी) पाठ्यक्रम में निर्धारित हुईं
सम्पर्क- 108, त्रिलोचन टावर, संगम सिनेमा के सामने,
गुरुबक्श की तलैया, पो.ऑ. जीपीओ, भोपाल (म.प्र.)- 462001
विमर्श
हिन्दी काव्य में ग़ज़ल
– ज़हीर कुरेशी
‘हिन्दी काव्य में ग़ज़ल’ …
ख़ास मुलाक़ात
पाठ्यक्रमों में सम्मिलित होने से ‘ग़ज़ल’ पर आलोचना के द्वार …
ग़ज़ल-गाँव
ग़ज़ल-
स्वप्न में उलझे रहे, साकार में उलझे रहे
हम बहुत …