અરે બાપ રે! આ શેનો અવાજ? અરે હા, આ તો સવારે ભરેલા
कवयित्री, लेखिका, अभिनेत्री
पुस्तकें:
1. फूल पर ज़ाकलना पत्रो: ग़ज़लसंग्रह
2. पांपणने पड़छाये: गीतसंग्रह
3. सूरजगिरी: अछंद कविताओं की ई-पुस्तक
4. तमारी ए आँखोंनी हरकत : गीत-ग़ज़लसंग्रह
5. मिलीना घर तरफ: नाटक पुस्तक
6. वहालनो वारसदार: नाटक पुस्तक
7. रणमाँ खिल्युं पारि
कवयित्री, लेखिका, अभिनेत्री
पुस्तकें:
1. फूल पर ज़ाकलना पत्रो: ग़ज़लसंग्रह
2. पांपणने पड़छाये: गीतसंग्रह
3. सूरजगिरी: अछंद कविताओं की ई-पुस्तक
4. तमारी ए आँखोंनी हरकत : गीत-ग़ज़लसंग्रह
5. मिलीना घर तरफ: नाटक पुस्तक
6. वहालनो वारसदार: नाटक पुस्तक
7. रणमाँ खिल्युं पारिजात : नाटक पुस्तक
8. मारे तमने मलवु छे: नाटक पुस्तक
कविता, नाटकों और कहानीओं के पुस्तकों के सोलह संयुक्त संग्रह हैं। उनकी पुस्तकों को गुजराती साहित्य परिषद, गुजरात साहित्य अकादमी, कलागुर्जरी मुंबई की गिरागुर्जरी आदि से पुरस्कार मिल चुके हैं। उनके नाटकों और लेखन के लिए थियटर एंड मीडिया केंद्र बुट्रेडी और वीज्युअल आर्ट, राष्ट्रीय कला केंद्र, गुजरात राज्य संगीत नाट्य अकादमी और चित्रलेखा भवन्स से पुरस्कार भी मिला है।
“ઓયે, આ કપડું જરા ભીનું કરીને આપ તો..” પંખો સાફ કરવા ટેબલ
ડામચિયા પર
વરસોના વરસો દોડે છે ડામચિયા પર,
વીતી ગયેલી પળ બોલે …
લાઈવ સ્ટેચ્યૂ
“સ્વર્ગ તો જવાશે ત્યારે જોવાશે, પણ પ્રતિકને પરણીને આવી ત્યારથી …
“મમ્મી,આ શું?” “આ એન્ટિક રોબોટ જેવું લાગે છે, જોને વચ્ચે આ પાઇપ …
ડાયાલિસિસ બાદ શુભાંગી ગજબની સ્ફૂર્તિ અનુભવતી પરંતુ એ લાંબુ ચાલે એમ ન …