जुलाई 2021 निश्छल प्रेमयादें तुम्हारी तस्वीरें। तुम्हारी मोहब्बतें। तुम्हारी बातें। तुम्हारी मासूमियत। तुम्हारी हँसी। तुम्हारी … उभरते-स्वर राजा बाबू दास