नवम्बर 2017 दोहेछन्द संसार दोहे लुका-छिपी चन्दा परी, घोड़ा-गाडी रेल। थे कितने मस्ती भरे, … छन्द-संसार महेश मनमीत
जून 2016 दोहेछंद-संसार दोहे हे अर्जुन! रणभूमि में, यही तुम्हारा धर्म। पूरी निष्ठा से … छन्द-संसार महेश मनमीत