संस्मरण
दीक्षित सर, आप बहुत याद आयेंगे!
मुंबई के व्यस्ततम इलाके फोर्ट …
परिचय :
प्रकाशन—
'बातें' तेजेन्द्र शर्मा के साक्षात्कार- संपादक- मधु अरोड़ा, प्रकाशक- शिवना प्रकाशन, सीहोर।
‘एक सच यह भी’ पुरुष-विमर्श की कहानियाँ- संपादक- मधु अरोड़ा, प्रकाशक- सामयिक प्रकाशन, नई दिल्ली।
‘मन के कोने से’ साक्षात्कार संग्रह, यश प्रकाशन, नई दिल्ली।
‘और दिन सार्थक हुआ’
परिचय :
प्रकाशन—
'बातें' तेजेन्द्र शर्मा के साक्षात्कार- संपादक- मधु अरोड़ा, प्रकाशक- शिवना प्रकाशन, सीहोर।
‘एक सच यह भी’ पुरुष-विमर्श की कहानियाँ- संपादक- मधु अरोड़ा, प्रकाशक- सामयिक प्रकाशन, नई दिल्ली।
‘मन के कोने से’ साक्षात्कार संग्रह, यश प्रकाशन, नई दिल्ली।
‘और दिन सार्थक हुआ’ कहानी-संग्रह, सामयिक प्रकाशन, नई दिल्ली।
‘तितलियों को उड़ते देखा है...?’ कविता-संग्रह, शिवना प्रकाशन, सीहोर।
उपन्यास 'उम्मीद अभी बाकी है’ प्रकाशित (2017) मिररस्टोरी, मुम्बई
हिंदी चेतना, वागर्थ, वर्तमान साहित्य, परिकथा, पाखी, हरिगंधा, कथा समय व लमही, हिमप्रस्थ, इंद्रप्रस्थ, हंस आदि पत्रिकाओं में कहानियाँ प्रकाशित। जन संदेश, नवभारत टाइम्स व जनसत्ता, नई दुनिया जैसे प्रतिष्ठित समाचार-पत्रों में समसामयिक लेख प्रकाशित।
आकाशवाणी से प्रसारित और रेडियो पर कई परिचर्चाओं में हिस्सेदारी। हाल ही में विविध भारती, मुंबई में दो कहानियों की रिकॉर्डिंग व प्रसारण।
सम्मान—
सन् 2005 में ओहायो, अमेरिका से निकलने वाली पत्रिका 'क्षितिज' द्वारा गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान से सम्मानित।
‘रिश्तों की भुरभुरी ज़मीन’ कहानी को उत्तम कहानी के तहत कथाबिंब पत्रिका द्वारा कमलेश्वर स्मृति कथा पुरस्कार—2012
सन् 2015-2016 का महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य पुरस्कार मिला तथा डाक्टर उषा मेहता अवार्ड से सम्मानित किया गया।
हिन्दी साहित्य अकादमी, महाराष्ट्र द्वारा कहानी संग्रह ‘और दिन सार्थक हुआ’ पर’ सम्मानित किया गया।
विशेष—
एस एनडीटी महिला विश्वविद्यालय की हिंदी में एम ए उपाधि हेतु कहानी संग्रह ‘और दिन सार्थक हुआ’ में वर्णित दाम्पत्य जीवन पर अनिता समरजीत चौहान द्वारा प्रस्तुत लघु शोध ग्रंथ 2014—2015
संस्मरण
दीक्षित सर, आप बहुत याद आयेंगे!
मुंबई के व्यस्ततम इलाके फोर्ट …
कथा-कुसुम
कैसे-कैसे लोग
श्वेता गत एक साल से परेशान है। कारण कुछ …
कथा-कुसुम
बुलाकर देखो
उसने आज फिर पीछे से एक आवाज़ सुनी है, …
संस्मरण
स्मृतियों में मॉरीशस
जब कभी मैंने ख़ुद से पूछा है कि …
कथा-कुसुम
कहानी : फोन का बिल
शानू को आज तक समझ में …
ख़ास-मुलाक़ात
चर्चित लेखिका चित्रा मुद्गल से मधु अरोड़ा की बातचीत*
10 दिसम्बर, …