छन्द-संसार
दोहा दशक
अपनी नेकी की रखें, ऐसी भी कुछ राह।
जिनका …
परिचय :
मूल नाम- डॉ. हरि प्रकाश श्रीवास्तव
जन्मतिथि- 17 जुलाई, 1965 ई.
जन्मस्थान- फ़ैज़ाबाद (उ.प्र.)
शिक्षा- एम.काम. बी.एड. एम.ए. (उर्दू) पीएच.डी.(उर्दू)
सम्प्रति- अध्यापन
प्रकाशित पुस्तकें- मिट्टी का योगदान (ग़ज़ल संग्रह, देवनागरी) मीर होने की बेक़रारी है (ग़ज़ल संग्रह, उर्दू) जीवन की
परिचय :
मूल नाम- डॉ. हरि प्रकाश श्रीवास्तव
जन्मतिथि- 17 जुलाई, 1965 ई.
जन्मस्थान- फ़ैज़ाबाद (उ.प्र.)
शिक्षा- एम.काम. बी.एड. एम.ए. (उर्दू) पीएच.डी.(उर्दू)
सम्प्रति- अध्यापन
प्रकाशित पुस्तकें- मिट्टी का योगदान (ग़ज़ल संग्रह, देवनागरी) मीर होने की बेक़रारी है (ग़ज़ल संग्रह, उर्दू) जीवन की हर बात (दोहा संग्रह) कण-कण में भगवान (हनुमत दोहा चालीसा)
सम्मान एवं पुरस्कार-
आगमन संस्था, दिल्ली द्वारा रचनाकार सम्मान
मानस मंच, जलालपुर अम्बेडकर नगर (उ.प्र.) द्वारा 'काव्य गौरव' सम्मान
शारदा साहित्य मंच, खटीमा (उत्तराखंड) द्वारा 'दोहा शिरोमणि उपाधि'
तुलसी शोध संस्थान, लखनऊ द्वारा 'संत तुलसी सम्मान'
अखिल भारतीय अगीत परिषद, लखनऊ द्वारा मीर तक़ी 'मीर' की स्मृति में प्रशस्ति पत्र
समकालीन साहित्य की प्रचारिणी सभा, भागलपुर बिहार द्वारा 'दोहा छंद शिरोमणि' की मानद उपाधि
छंद मुक्त अभिव्यक्ति मंच द्वारा 'शब्द द्वीप' सम्मान
छंद मुक्त अभिव्यक्ति मंच द्वारा 'साहित्य शिल्पी' सम्मान
पंडित दुर्गा प्रसाद मिश्र स्मृति सभा लखनऊ द्वारा 'सारस्वत सम्मान'
पता- B-104/13 निराला नगर,
लखनऊ (उ.प्र.)
छन्द-संसार
दोहा दशक
अपनी नेकी की रखें, ऐसी भी कुछ राह।
जिनका …
छन्द-संसार
दोहे-
राह कँटीली तो सफ़र, जल्दी होगा पार।
बढ़ जाती है …