जयतु संस्कृतम्
त्वां विना जीवनं, जीवनं न प्रिये
त्वां विना जीवनं, जीवनं …
परिचय :
असिस्टेण्ट प्रोफेसर (संस्कृत विभाग)
मदर टेरेसा महिला महाविद्यालय, सुल्तानपुर
सम्पर्क- कमरा न.- 77, बीरबल साहनी शोध छात्रावास,
लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ (उ.प्र.)
परिचय :
असिस्टेण्ट प्रोफेसर (संस्कृत विभाग)
मदर टेरेसा महिला महाविद्यालय, सुल्तानपुर
सम्पर्क- कमरा न.- 77, बीरबल साहनी शोध छात्रावास,
लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ (उ.प्र.)
जयतु संस्कृतम्
त्वां विना जीवनं, जीवनं न प्रिये
त्वां विना जीवनं, जीवनं …
ख़बरनामा
एक शाम, मजरूह सुल्तानपुरी के नाम
सुल्तानपुर| देश बाँटों-प्रान्त बाँटों/ हर …
आलेख
संस्कृत साहित्य में मुस्लिम लेखकों का अवदान – डॉ. अरुण कुमार …
जयतु संस्कृतम्
गीतम् – मन्दं-मन्दम्
हृदि भाति सा मे मन्दं-मन्दम् |
हृदि …
रचना-समीक्षा
मरती संवेदनाओं को ज़िन्दा रखने का प्रयास
– डॉ.अरुण कुमार निषाद…
रचना-समीक्षा
पत्नी के नखरों का दस्तावेज: अदृश्य (नाटक)
– डॉ.अरुण कुमार निषाद…
आलेख
ताबिश सुल्तानपुरी की ग़ज़लों में प्रेम की अभिव्यक्ति- डॉ.अरुण कुमार निषाद…
ख़बरनामा
महानगरीय कवि गोष्ठियों के नाम पर गप्प मारते हैं : देवेन्द्र…
हायकु
हायकु
कैसे कहूँ मैं
न समझोगी तुम
दिल की बात
प्यार …
विदेशों में संस्कृत की प्रचारक श्रीमती कमलारत्नम्: अरुण कुमार निषाद
आधुनिक संस्कृत …