व्याकुल दृग
हस्त चक्र बेधता
कन्या का भ्रूण
छलकी नेत्र
व्योम मध्य अटकी
बूंद में कन्या।
देखते नेत्र
जलोड मध्य भ्रूण~
पुष्प भेदन
रिसी गागर
व्योम मध्य अटका
जलांश ग्लोब
भ्रमर गूंज ~
आम के बौर पर
फूला बसंत
स्तब्धता तोड़े
मंदिर घंटानाद~
धुंधली भोर
Facebook Notice for EU!
You need to login to view and post FB Comments!