ख़बरनामा
ग्यारहवें हाइकु दिवस का आयोजनोत्सव एवं पुस्तक लोकार्पण
हिन्दी भवन, दिल्ली में 4 दिसम्बर 2015 को ग्यारहवाँ हाइकु दिवस मनाया गया। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण रविन्द्रनाथ टैगोर जी द्वारा लाई गई और प्रोफेसर सत्यभूषण वर्मा जी द्वारा विस्तारित जापानी विधा हाइकु पर आधारित छब्बीस प्रतिभागियों की पुस्तक ‘साझा नभ का कोना’ और तांका सेदोका की रचनाओं से सुसज्जित पंद्रह प्रतिभागियों की पुस्तक ‘कलरव’ का लोकार्पण रहा।
हाइकु दिवस का आयोजन पटना की श्रीमती विभा श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर विभा जी द्वारा सम्पादित दो पुस्तकों- ‘साझा नभ का कोना’ (हाइकु संकलन) तथा ‘कलरव’ (ताँका एवं सेदोका संकलन) का लोकार्पण कमलेश भट्ट कमल, डा० जगदीश व्योम द्वारा किया गया। समारोंह के मुख्य अतिथि कमलेश भट्ट कमल जी थे तथा विशिष्ट अतिथि थे डा० जगदीश व्योम जी , अध्यक्षता डा० उनिता सच्चिदानन्द जी ने की। मंच पर सुरेश पाल वर्मा जसाला जी एवं सुजाता शिवेन जी भी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन सुश्री प्रीति दक्ष तथा मनीष मिश्रा मणि ने किया। विभा श्रीवास्तव ने अपने सम्पादकीय अनुभव सबके साथ बाँटे। इस अवसर पर डा० जगदीश व्योम जी एवं कमलेश भट्ट कमल जी ने ‘हाइकु कैसे लिखें जायें’ विस्तार से बताते हुए वर्ष 2016 को हाइकु शताब्दी वर्ष के रूप में पूरे वर्ष भर मनाने का आह्वान किया, जिसका सर्वसम्मति से स्वागत हुआ। उन्होंने अपने-अपने स्तर से अपने शहर या आसपास हाइकु कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही।
विभा जी का कहना है, कि रवीन्द्रनाथ टैगोर जी ने सन् 1916 में पहली बार हाइकु की चर्चा की थी
उस हिसाब से 2016 हाइकु शताब्दी वर्ष है। तो क्यों न हम 100 हाइकुकार इक किताब में सहयोगाधार पर शामिल हों, विमोचन पर एकत्रित हों और एक यादगार उत्सव मनायें।
जो शामिल होना चाहें, विभा जी से इस id पर संपर्क कर सकते हैं।
vrani.shrivastava@gmail.com
– प्रीति अज्ञात