हाइकु
हायकु- दीपावली
1-
दीपों ने किए
अपने हस्ताक्षर,
रोशन हुए
2-
नन्हे दीयों ने
चीर दिया अँधेरा,
रोशनी खिली.
3-
अम्बर गूंजा,
धरती है रोशन,
छाया उल्लास
4-
अन्धकार की
पुस्तक की रोशन
नन्हे दीपों ने
5-
उल्लास-दीप,
प्रेम में डूबी बाती,
हिय रोशन
6-
दीप हँसता,
शलभ मँडराता,
हुआ कुर्बान.
7-
दीपों की माला,
सजी है घर-घर
आई दिवाली
हायकु-शरद
1-
घना कोहरा
कोख में सुरक्षित
प्रकाश पिंड
2-
ओढ़े शरद
कोहरे का कंबल
गर्माई धरा
3-
धुंधली धरा
कुहासे का मफ़लर,
मार्तंड-मुख
4-
घना कुहासा,
बर्फीले अहसास,
कोई ना पास
5-
बाँध गले में,
मफ़लर धुंध का,
सोया सूरज
6-
दिल उदास
छाया कुहासा मन
रवि की आस
7-
क्यों छुपे हो?
धुंध के पल्लू में ,
ओ! दिवाकर
– मंजु महिमा