अज़ीब सा सन्नाटा पसरा है चाय दुकानों पर आजकल,
मेरे शहर में एक कप चाय पीना भी गुनाह है इन दिनों।
सुबह सूर्योदय से पहले ही उठ जाते थे चाय वाले, शहर के जगने से पहले वह अपने होटल की साफ-सफाई व पूजा ...
कोई सूरत नज़र नहीं आती,
फिर भी कलम चल रही है!
लिखने पढ़ने का शौक र...
आम की किस्मों के नाम हमेशा गरीब को भ्रम में डालते है। पोस्ट पढ़ते-पढ़ते आप राजनीति में मत घुसना क्योंकि यह आम आदमी का मसला है।
अभी तक इस सीजन में 'आम' के दर्शन नहीं हुए। वैसे भी 'आम' से हम जैसे 'आम ...
'दवाई भी और कड़ाई भी', कहने को तो देश के बच्चे-बच्चे को यह आदर्श वाक्य रट चुका है. लेकिन जब कोविड उपचार में जीवनरक्षक रेमडेसिविर (Remdesivir) इंजेक्शन की बात आए तो यह एकदम खोखला प्रतीत होता है. 'न द...
कोरोना का दानव एक बार फिर सब कुछ निगलने को आतुर है. लेकिन लोग हैं कि अब भी ज़िद पर अड़े हुए हैं कि कोरोना वायरस जैसा कुछ है ही नहीं! किसी को ये वैश्विक स्तर पर जनसंख्या कम करने की योजना लगती है तो को...
प्रेम न बाड़ी ऊपजे, प्रेम न हाट बिकाय!
प्रेम दो आत्माओं के एक होने का नाम है। प्रेम भावनाओं और विश्वास का पवित्र बंधन है। प्रत्येक धर्म में प्रेम करने की बात कही गयी है। प्रेम जीवन का आधार है। ...