(मानवाधिकार दिवस 10 दिसंबर)
मानव अधिकारों की अवधारणा अति प्राचीन है। यह उतनी ही पुरानी है जितनी कि मानव जाति, समाज और राज्य। मानव अधिकारों की धारणा मानव सुख से जुड़ी है। मानव सु...
(देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस पर विशेष)
स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री प. जवाहरलाल नेहरू की जन्मतिथि हमारे लिए एक मौका है कि हम उनको याद करते हुए ...
वेद ज्ञान-विज्ञान के अक्षय भण्डार हैं। मानव की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति के दर्शन करने हैं तो वैदिक साहित्य का अनुशीलन करना चाहिये। वैदिक ग्रन्थों में राष्ट्रीयाया और लोकमंगल को भावना कूट-कूट कर भ...
वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान देश में लोगों के स्वास्थ्य पर तो बुरा असर पड़ा ही है लेकिन इसके साथ साथ रोजगार व शिक्षा भी इस दौर में चौपट हुए हैं। हालांकि इस दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मो...
शिक्षा साध्य भी है और साधन भी। शिक्षा मनुष्य को आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं मानव पूंजी में बदलती है और उसे समाज का एक सक्रिय सदस्य बनती है। गांधीजी के अनुसार शिक्षा मानव या बालक के शरीर, आत्मा ...
स्मृति शेष: दिलीप कुमार
दिलीप कुमार एक अभिनेता से कहीं ज्यादा थे। कहने को तो वह अभिनेता थे, मगर अभिनय से दिलों पर राज करना किसे कहते हैं
बीते दिनों एक और आम घटना हुई है. एक प्रेमी जोड़े की, उनके ही घर में घुसकर हत्या कर दी गई. शायद अब आप नाम जानने को उत्सुक हों, पर नाम, शहर जानने से क्या फ़र्क़ पड़ जाएगा? ये रोज़मर्रा की ख़बर ही तो है. ऐस...
स्मृति शेष: ‘फ्लाइंग सिख’ मिल्खा सिंह
विश्व में असाधारण प्रतिभा के स्वामी बहुत कम लोग होते...
ऑनलाइन शिक्षा: स्कूली शिक्षा का विकल्प नहीं!
शिक्षा इंसान को ऐसी समझ, मूल्य और कौशल देती है जो उसे इस जटिल समाज में ठीक मे जीवन चलाने में सक्षम बनाते हैं। इंसान को सामाजिक, सांस...
हिंदी पत्रकारिता दिवस: अतीत और वर्तमान
आज हिंदी पत्रकारिता दिवस है। आज से ठीक 195 साल पहले किसी ने शायद ही कल्पना की होगी कि हिंदी में भी ख़बरें पढ़ने को मिला करेंगी। हालांकि अंग्...