हायकु
१-
इंद्रधनुष
बिखेरे सात रंग
मन से श्वेत
२-
चाँद तकते
चाँदनी में नहाते
उष्मित होते
३-
ओढ़े श्रावण
हरित उत्तरीय
हर्षित धरा
४-
हृदय-झील
तैरतीं आकांक्षाएँ
मीन मानिंद
५-
बरसे मेघ
हर्षाया तन-मन
भीगे नयन
६-
अमलतास
तपता देता पर,
रंग बासंती
७-
गुलमोहर
लाल-लाल अंगारे
शीतल करें
८-
पर्यावरण,
सुंदर आवरण,
बचा हरण
९-
सपन गांव
गए,देखे सपने,
आगए ठांव
१०-
नील मणियाँ,
दमकती नदी-नीर,
भर लूँ ओख* (अँजुर)
– मंजु महिमा