ख़बरनामा
नीलम कुलश्रेष्ठ गुजरात हिंदी साहित्य अकादमी से पुरस्कृत
अहमदाबाद मैनेजमेंट एसोसिएशन के सभाग्रह में 29 अगस्त, 2017 को गुजरात हिंदी साहित्य अकादमी के सन् 2013-14 के पुरस्कार प्रदान किये। सन 2013 के लिए नीलम कुलश्रेष्ठ की पुस्तक ‘गुजरात: सहकारिता, समाज सेवा और संसाधन’ [किताबघर प्रकाशन ] को द्वितीय पुरस्कार [7,000 रु.] व स्त्री विमर्श की पुस्तक ‘परत दर परत स्त्री’ [नमन प्रकाशन] को तृतीय पुरस्कार [3,000 रु.] प्रदान किया गया। इनके कहानी संग्रह ‘शेर के पिंजरे’ [नमन प्रकाशन] को वर्ष 2014 के लिए द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कादम्बिनी साहित्यिक क्लब, हैदराबाद से इस कहानी संग्रह को अहिन्दी भाषी प्रदेशों में सर्वश्रेष्ठ होने का पुरस्कार प्राप्त हो चुका है।
पूर्व में भी नीलम कुलश्रेष्ठ अकादमी द्वारा अपनी दो पुस्तकों- ‘हरा भरा रहे पृथ्वी का पर्यावरण’ व ‘जीवन की तनी डोर: ये स्त्रियां’ [यह पुस्तक विश्व की प्रमुख स्त्री विमर्श की पुस्तकों की सूची में शामिल है] पर पुरस्कार प्राप्त कर चुकीं हैं। इस तरह से नीलम अकादमी के अधिकतम पांच पुरस्कार प्राप्त कर चुकीं हैं।
29 अगस्त को अस्मिता [महिला बहुभाषी साहित्यिक मंच,अहमदाबाद] ने गुजराती साहित्य परिषद की अपनी गोष्ठी में उन्हें ‘नारी सशक्तिकरण सम्मान’ से भी सम्मानित किया। नीलम कुलश्रेष्ठ के सुझाव पर ही भूतपूर्व मुख्यमंत्री आनन्दी बेन पटेल द्वारा 1-15 अगस्त तक ‘नारी सशक्तिकरण पखवाड़ा’ आयोजित करने की योजना को अस्मिता ने एडॉप्ट कर लिया है। इस तरह से यह सम्मान प्राप्त करने वाली वे छठी महिला हैं।
– टीम हस्ताक्षर