कर्मभूमि अहमदाबाद
अहमदाबाद में कर्मभूमि मंच द्वारा समकालीन हिंदी आलोचना की पुस्तक का लोकार्पण
9 जनवरी 2021 को अहमदाबाद में कर्मभूमि के मंच से युवा आलोचक डॉ. मीना बुद्धिराजा की नयी पुस्तक “समकालीन रचनाशीलता की वैचारिकी” का लोकार्पण समारोह ऑनलाइन संगोष्ठी में संपन्न हुआ। यह महत्वपूर्ण पुस्तक राहुल प्रकाशन, अहमदाबाद से हाल ही में प्रकाशित हुई है। साहित्य, कला और संस्कृति के क्षेत्र से जुड़े प्रतिभावान व्यक्तित्व को उनकी पहचान और आगे लाने के लिए कर्मभूमि संस्था कार्यरत है। इसमें नई पीढ़ी को, अपने-अपने क्षेत्र में स्थापित एवं प्रतिष्ठित महानुभावों द्वारा मार्गदर्शन सम्बंधित कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं। पुस्तक लोकार्पण के साथ ही, इस अवसर पर लेखिका डॉ. मीना बुद्धिराजा (एसोसिएट प्रोफेसर – हिंदी, दिल्ली विश्वविद्यालय) को ‘समकालीन हिंदी साहित्य में आलोचना के योगदान हेतु’ सम्मानित भी किया गया।
हिंदी के वरिष्ठ आलोचक प्रोफेसर गोपेश्वर सिंह (पूर्व अध्यक्ष, हिंदी विभाग- दिल्ली विश्वविद्यालय), राकेशरेणु (कवि और वरिष्ठ संपादक- आजकल पत्रिका), डॉ. शुभा श्रीवास्तव (हिन्दी लेखिका एवं प्रवक्ता- राजकीय क्वींस कालेज, वाराणसी) और अहमदाबाद से मल्लिका मुखर्जी (सेवानिवृत्त वरिष्ठ लेखापरीक्षा अधिकारी, लेखक एवं अनुवादक -हिन्दी, गुजराती, बांग्ला) इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रहे। इन सभी विद्वानों ने अपने वक्तव्यों में इस पुस्तक की सार्थकता, उपादेयता और मूल विषय वस्तु को रेखांकित किया और समकालीन आलोचना में इसे एक आवश्यक पुस्तक बताया। कर्मभूमि टीम के सभी प्रमुख सदस्यों के साथ-साथ, शिक्षा एवं साहित्य के क्षेत्र से जुड़ी कई अन्य विभूतियों ने भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित होकर इसकी शोभा बढ़ाई।
पुस्तक लोकार्पण कार्यक्रम का संचालन कर्मभूमि के मंच से संस्था की संस्थापक द्वय प्रीति अज्ञात और नीरजा भटनागर ने बहुत ही कुशलता से किया। प्रीति ‘अज्ञात’ प्रसिद्ध कवयित्री, ब्लॉगर एवं हस्ताक्षर पत्रिका की संस्थापक-संपादक हैं। नीरजा भटनागर, जानी मानी ब्लॉगर एवं उद्यमी हैं।
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इससे पहले 24 दिसम्बर 2020 को ‘कर्मभूमि’ द्वारा ‘अपना ब्लॉग कैसे बनाया जाए’ विषय पर वर्कशॉप आयोजित की गई थी। यह कार्यक्रम कुछ वरिष्ठ सदस्यों की मांग पर रखा गया था। इसमें नीरजा भटनागर ने बहुत ही सरल तरीके से ‘ब्लॉग’ बनाने की विधि तथा इससे जुड़ी विभिन्न महत्वपूर्ण बातें बताई। अंत में सभी की जिज्ञासाओं के उत्तर भी दिए गये।
– कर्मभूमि अहमदाबाद