ख़बरनामा
‘अस्मिता सम्मान समारोह’ एवं दो पुस्तकों का भव्य विमोचन कार्यक्रम संपन्न
१४ सितम्बर २०१९ को हिन्दी दिवस एवं अस्मिता महिला बहुभाषी साहित्यिक मंच के दस वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में भाषा साहित्य भवन, गुजरात विश्वविद्यालय, अहमदाबाद में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता डॉ. निशा रम्पाल (विभागाध्यक्षा – हिन्दी विभाग) एवं डॉ. कमलेश चौकसी (निदेशक -भाषा साहित्य भवन) जी ने की। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. ऊषा उपाध्याय जी थीं एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. नलिनी पुरोहित ( रिटायर्ड प्रोफ़ेसर, रसायन विज्ञान एम. एस. विश्वविद्यालय) तथा श्री महेंद्र शर्मा जी (सी.ई.ओ.- मातृभारती.कॉम) मंच पर विराजमान थे।
इस कार्यक्रम में ‘अस्मिता नारी सशक्तिकरण सम्मान’ डॉ. ऊषा उपाध्याय, डॉ. नलिनी पुरोहित एवं श्री महेंद्र शर्मा जी को तथा ‘अस्मिता साहित्य सम्मान (आजीवन साहित्य सेवा) डॉ. प्रणव भारती जी को प्रदान किया गया। इसी अवसर पर ‘हस्ताक्षर’ की संस्थापक एवं संपादक प्रीति ‘अज्ञात’ को ‘अस्मिता डिजिटल साहित्य सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
हिन्दी दिवस पर संपन्न हुए इस आयोजन में दो पुस्तकों का विमोचन हुआ। प्रथम पुस्तक, साझा काव्य-संकलन ‘घर की दहलीज़ को लाँघती स्त्री क़लम’ है जिसका सम्पादन नीलम कुलश्रेष्ठ जी ने किया है। द्वितीय पुस्तक डिजिटल साझा उपन्यास ‘लाइफ @ट्विस्ट एन्ड टर्न.कॉम’ है जिसमें डॉ सुधा श्रीवास्तव, डॉ.प्रणव भारती, नीलम कुलश्रेष्ठ, मधु सोसी गुप्ता, डॉ. मीरा रामनिवास एवं निशा चंद्रा जी सहभागी लेखिकाएँ हैं। इस पुस्तक का संयोजन व कथानक रूपरेखा का उत्तरदायित्त्व नीलम जी पर था।
कार्यक्रम के अंतिम चरण में काव्य-गोष्ठी हुई जिसमें लगभग बीस कवयित्रियों ने अपनी रचनाओं का पठन किया। इसमें अस्मिता से जुड़ी कवयित्रियाँ भी सम्मिलित हुईं। तत्पश्चात स्मिता ध्रु जी ने ‘शहीदों के इतिहास का संरक्षण’ विषय पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया।
इस आयोजन के विभिन्न चरणों का कुशल सञ्चालन निशा चंद्रा जी, मंजू महिमा जी एवं विनीता कुमार ने किया। इस बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम के अंत में नीरजा भटनागर जी ने सभी अतिथियों एवं आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
– सुरेन बिश्नोई