ख़बरनामा
कवयत्री आशा शर्मा के प्रथम काव्य संग्रह ‘अनकहे स्वप्न’ का लोकार्पण समारोह आयोजित
साहित्य-संस्कृति कला संगम एवं बीकाणा आई. टी. आई. कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में रविवार 22 नवम्बर की शाम वेटेरनरी ऑडीटोरियम में कवयित्री इंजी. आशा शर्मा की प्रथम काव्य कृति ‘अनकहे स्वप्न’ का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में काव्य कृति की रचनाओं पर चर्चा के साथ रचियता इंजी. आशा शर्मा का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं व्यंग्य चित्रकार किशोर श्रीवास्तव ने कहा कि काव्य कृति ‘अनकहे स्वप्न’ में चार खण्डों में जीवन के विविध रंगों से सराबोर साठ कविताओं में नारी की सशक्त अभिव्यक्ति है। समारोह की अध्यक्षता करते हुए, वरिष्ठ साहित्यकार भवानी शंकर व्यास ‘विनोद’ ने आशा शर्मा की कविताओं में चुनौतियों से जूझने का जज्बा बताया। विशिष्ट अतिथि कवि कथाकार कमल रंगा ने आशा शर्मा की कविताओं को पारिवारिक एवं आत्मीय भाव से ओतप्रोत बताया। मुख्य वक्ता डॉ. उषाकिरण सोनी ने कहा आशा शर्मा की कवितायेँ सामाजिक विद्रूपताओं पर कुठाराघात करती हैं। शायर/कथाकार कासिम बीकानेरी तथा डॉ. कृष्णा आचार्य ने पुस्तक पर पत्र वाचन किया। कवयित्री आशा शर्मा ने ‘रखा है पहला पाँव अभी मंजिल को पाना बाकी है, अभी खोले हैं पंख जरा आकाश नापना बाकी है’ सहित अपनी कई रचनाओं का पाठ किया। अतिथियों का स्वागत इंजी. गोवेर्धन लाल चौमल एवं मंच संचालन संजय पुरोहित ने किया।
इस अवसर पर किशोर श्रीवास्तव की व्यंग्य कार्टून प्रदर्शनी खरी-खरी का उद्घाटन वरिष्ठ साहित्यकार लक्ष्मी नारायण रंगा ने किया।
– के. पी. अनमोल